What Is The Purpose Of Plastering
नमस्कार दोस्तों, आज हम What Is The Purpose Of Plastering यानी की दीवारों पर प्लास्टर क्यों किया जाता है इस ब्लॉग पोस्ट पर बात करेंगे । और साथ ही जानेंगे की प्लास्टर क्या है , कितने टाइप्स का होता है , और प्लास्टर के लिए मसाला कैसे तैयार किया जाता है ।
What Is The Plaster : प्लास्टर क्या है ?
जब घर का स्ट्रक्चर तैयार हो जाता है । उसके बाद हम ठेकेदार और इंजीनियर की सलाह से चिनाई का कार्य करते है । और जब चिनाई का कार्य हो जाता है तो हम दीवारों की अंदर और बाहर की सतह सीलिंग की सतह में प्लास्टर किया जाता है , ताकि हमरे बिल्डिंग की दीवारे बारिश , धुप , हवा आदि के संपर्क में न आये , और हमारे घरो की दीवारे पर्यावरण के तत्वों के संपर्क में न ए और हमारा घर सालो साल मजबूती से टीका रहे .और अंदर बहार से दीवारों को सूंदर भी बनाता है त्ताकि हमारे घरो का लुक और बढ़ जाये । प्लास्टर में हम चुना और सीमेंट, बालू (रेत) और पानी के मिश्रण से बनाते है जो हमारे घरो की दीवारों ,सेलिंगो को मजबूती और सुंदरता प्रदान करता है और साथ ही प्लास्टर होने के बाद हमें समय समय पर प्लास्टर की तराई भी करती रेहनी चाहिए ।
Ingredients of Plaster : प्लास्टर के लिए आवश्यक सामग्री
- Fine Aggregate यानी की सूक्ष्म रेत
- water पानी
- एडमिक्सेर
- सीमेंट , चुना , जिप्सम ,मिट्टी आदि ।
Types Of Plaster : प्लास्टर कितने प्रकार का होता है ।
1- Cement Plaster
आमतौर पर घर में सबसे जयादा उपयोग माये लाये जाना वाला प्लास्टर सीमेंट प्लास्टर ही किया जाता है क्योकि यहाँ प्लास्टर सबसे ज्यादा मजबूती प्रदान करता है । सीमेंट प्लास्टर को ज़्यदातर बाहरी दीवारों पर किया जाता है । सीमेंट प्लास्टर में सीमेंट , बालू , और पानी के साथ मिश्रण करके बनाया जाता है दोस्तों प्लास्टर के टाइप्स में यहाँ प्लास्टर सबसे ज्यादा मजबूती और सुंदरता प्रदान करता है क्योकि इसमें हम विशेष प्रकार की एलिवेशन डिज़ाइन ‘ टेक्सचर आदि बन कर घर को 3D लुक दे सकते है । इसे सीमेंट : बालू को 1:4 से लेकर 1:6 तक मिल्या जाता है ।
2- Lime Plaster
इस प्रकार के प्लास्टर में हम चुना और बालू को बराबर मात्रा में यानी की 1:1 के अनुपात में पानी के साथ मिलाकर एक कोट दीवारों पर लगाकर तैयार किया जाता है । lime plaster अधिकतर पुनस्ताफित इमारतों , ऐतिहासिक इमारतों में किया जाता है । लाइम प्लास्टर कीमजबूती बढ़ने के लिए इसमें हम कुछ मात्रा में सीमेंट भी डाल सकते है
3- Gypsum Plaster
जिप्सम प्लास्टर में जिप्सम के साथ बंधन मटेरियल के लिए सीमेंट को कुछ मात्रा में मिलाया जा सकता है । इसमें रेत नहीं मिलाया जाता है । और इसमें तराई की भी अवसक्ता नहीं होती है । तो इसमें पानी की अवश्य बचत की जा सकती है Gypsum Plaster अंदर की दीवरों में किये जाता है जिप्सम प्लास्टर दीवारों को आकर्षित बनाने के लिए किया जाता है इसे सीमेंट : जिप्सम को 1:3 के अनुपात में मिलकर 2 से 3 कोट लगाना होता है ।
4- Mud Plaster
Mud plaster यानी की मिटटी का प्लास्टर , जिसे मिटटी , भूसा , गाय के गोवर , ईट के टुकड़े आदि को मिलाकर 2 से 3 दिन के पानी में गीला रख कर तैयार किया जाता है । मिट्टी का प्लास्टर प्राचीन काल से घरो में करते आ रहे है । यह प्लास्टर ग्रामीढ इलाकों में होने वाला सबसे सस्ता और पर्यावरण प्रदुषण मुक्त प्लास्टर तकनीक है जिसे बोहोत कम लगत में तैयार किया जा सकता है ।
Thikness Of Plaster : कितनी रखे घरो में प्लास्टर की मोटाई
1. RCC Member –
slab ki सीलिंग , आरसीसी कॉलम , बीम आदि में प्लास्टर की मोटाई 6 mm से लेकर 8 mm तक रक् सकते है
2. Inner Face Plaster –
बिल्डिंग की आतंरिक दीवारों पर 12 mm का प्लास्टर किया जाना चाहिए ।
3. Outer Face Plaster –
बिल्डिंग की या किसी भी स्ट्रक्चर की बाहरी दीवारों में 15 mm से लेकर 18 mm तक का प्लास्टर किया जा सकता है ।
Purpose Of Plastering: दीवारों में प्लास्टर क्यों जरुरी है
दोस्तों दीवारों पर प्लास्टर ( What Is The Purpose Of Plastering ) करेने का मुख्य उद्देश्य दीवारों को बाहरी और आतंरिक हानिकारक तत्वों से बचाकर दीवारों को मजबूती और लॉन्ग लाइफ प्रदान कर सके ।
- प्लास्टर दीवारों की खुरदरी ऑफ़ रफ़ सतह को चिकना साफ़ मजबूत और सूंदर बनता है ।
- प्लास्टर करने से घर और ईटों को एक प्रकार का सुरछा कवच प्रदान करता है । यह घरो की दीवारों को बारिश धुप और पर्यावरणीय प्रभाव से बचाता है । और घर को मजबूती प्रदान करता है ।
- अगर बिल्डिंग स्ट्रक्चर में प्लास्टर न किया जाये तो नमी के कारन बिल्डिंग धीरे धीरे कमजोर होने लगी है और दीवारों की ईटे कमजोर होने लगती है इसलिए समय पर इसका प्लास्टर किया जाना चाहिए ।
- प्लास्टर के वाद दीवारों की सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है । प्लास्टर के दौरान हम इसमें कई प्रकार के डिज़ाइन , टेक्सचर , कलर करके दीवारों की शोभा कई गुनी बढ़ा सकते है ।